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मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला 6.0( छठवाँ चरण)के क्रियान्वयन के संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा के नवीन निर्देश।||mission prerna ki e-pathshala 6.0 order.

मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला 6.0( छठवाँ चरण)के क्रियान्वयन के संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा के नवीन निर्देश।||mission prerna ki e-pathshala 6.0 order.




द्वारा महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा जारी निर्देश - ARP, SRG, BEO, BSA एवं डायट प्राचार्य कृपया ध्यान दें-👇

 बच्चों में सीखने की निरंतरता (Continuous Learning) के दृष्टिगत मिशन प्रेरणा की ई-पाठशाला का छठवाँ चरण प्रारंभ किया जा रहा है।


 छठवें चरण में शत-प्रतिशत बच्चों तक पहुंच एवं लर्निंग आउटकम पर आधारित सीख  को सुनिश्चित करने के लिए निम्नवत गतिविधियां संचालित की जाएंगी-👇👇

शिक्षकों द्वारा मोहल्ला कक्षाओं का संचालन।
100 Days Reading Campaign का संचालन।
प्रत्येक शनिवार को क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन।
प्रत्येक कक्षा और विषय के लिए शैक्षणिक सामग्री साझा करना।
SRG/ARP/DIET मेन्टर द्वारा ऑनलाइन बैठकें आयोजित करना एवं मोहल्ला कक्षा/विद्यालयों का सपोर्टिव सुपरविजन सुनिश्चित करना।


 अतः निर्देशित किया जाता है कि संलग्न दिशानिर्देश के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

 आज्ञा से,
महानिदेशक,
 स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश

मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला 6.0( छठवाँ चरण)के क्रियान्वयन के संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा के नवीन निर्देश।||mission prerna ki e-pathshala 6.0 full order.👇🏻👇🏻


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मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला 6.0( छठवाँ चरण)के क्रियान्वयन के संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा के  नवीन निर्देश।👇👇

 उपरोक्त पीडीएफ फाइल में दिए गए पत्रांक के अनुसार महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश द्वारा समस्त जनपद के प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को संबोधित करते हुए, उपरोक्त पत्र के द्वारा दिनांक 16 जनवरी 2022 के सचिव उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज के पत्र का संदर्भ ग्रहण करने का आग्रह किया गया है। जिसके द्वारा निर्देशित किया गया है,

 कि कोबिड संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत प्रदेश के कक्षा 1 से 8 तक समस्त परिषदीय/ सहायता प्राप्त /मान्यता प्राप्त /कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय अन्य बोर्ड के विद्यालय दिनांक 23 जनवरी 2022 तक बंद रहेंगे तथा छात्र-छात्राएं विद्यालय में उपस्थित नहीं होंगे, तदनुसार विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 संबंधी कार्य एवं अन्य प्रशासनिक कार्यों के लिए समय-समय पर निर्गत निर्देशों के अनुपालन हेतु शिक्षक /शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की उपस्थिति विद्यालय में अनिवार्य होगी, तथा परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक शिक्षणेत्तर कर्मचारी की उपस्थिति को भी प्रोटोकाल एवं शासनादेश दिनांक 10 /01/ 2022 द्वारा जारी गाइडलाइंस का पूर्णता अनुपालन करते हुए सुनिश्चित की जाएगी।


अवगत कराना है कि शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2026-27 तक प्राथमिक कक्षाओं में सार्वभौमिक मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त कर लें तथा ग्रेड 3 तक सभी बच्चों में पढ़ने लिखने और संख्या ज्ञान में ग्रेड स्तर की अपेक्षित योग्यता प्राप्त करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन निपुण भारत का शुभारंभ किया गया।तत्क्रम मे 23 दिसंबर 2021 को शासनादेश जारी किया जा चुका है।

कक्षा 1 से 8 तक शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक गतिविधियों /सीखने की क्षमता पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अप्रैल 2020 से ही मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला का संचालन किया जा रहा है।

मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला के अंतर्गत पांच चरणों में दूरदर्शन आकाशवाणी /व्हाट्सएप के माध्यम से अभिभावकों /बच्चों तक शैक्षणिक सामग्री पहुंचाई गई, एवम शिक्षकों द्वारा मोहल्ला कक्षाओं का सफलता पूर्वक संचालन किया गया। तत्क्रम में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा वर्तमान में भी बच्चो तक शत प्रतिशत पहुंच सुनिश्चित करने के लिए ई पाठशाला का छठा चरण प्रारंभ किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत विद्यालयों/शिक्षकों द्वारा निम्नवत गतिविधियों का संचालन सुनिश्चित किया जायेगा।


1.शैक्षणिक सामग्री का प्रेषण -

A . ई पाठशाला के संचालन हेतु राज्य स्तर से कक्षावार एवम विषयवार शैक्षणिक सामग्री व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से प्रेषित की जाएगी।जिसे शिक्षकों द्वारा प्रेरणा साथी /अभिभावकों के  व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा किया जाएगा।


B . प्रत्येक शनिवार को व्हाट्सएप के माध्यम से साप्ताहिक क्विज प्रतियोगिता संबंधित सामग्री प्रेषित की जाएगी।


C . राज्यस्तर से प्रेषित शैक्षणिक सामग्री के अतिरिक्त शिक्षकों द्वारा भी विषय पर आधारित शैक्षणिक सामग्री ,प्रेरणा साथी एवम अभिभावकों के माध्यम से बच्चों को उपलब्ध कराई जाय,साझा की गई सामग्री पर बच्चो को अभ्यास एवम हल करने के लिए निरंतर प्रोत्साहित किया जाय।


D . प्रेरणा लक्ष्य एप, रीड एलोंग एप ,और दीक्षा पर उपलब्ध शैक्षणिक सामग्री से प्रेरणा साथी/बच्चों एवम अभिभावकों को जागरूक किया जाए,एवम उक्त एप के माध्यम से बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाय।


2. 100 day reading campaign का संचालन -

निपुण भारत के अंतर्गत 100 डेज रीडिंग कैंपेन की शुरुआत की गई है। तत्क्रम में राज्य परियोजना कार्यालय के दिनांक 3 जनवरी 2022 को जारी रीडिंग कैंपेन के पत्र जो कि ऊपर दिए पीडीएफ में संलग्न है, के माध्यम से विस्तृत दिशानिर्देश प्रेषित किए गए हैं ,तथा सप्ताहिक रूप से गतिविधियों की सूची/ इंफोग्राफिक्स आदि प्रेषित किए जा रहे हैं। 


कोबिड महामारी के कारण जब तक बच्चे विद्यालय में नहीं आ रहे हैं, तब तक निम्न वत आधार पर 100 डेज reading कैंपेन का संचालन किया जाए। -👇👇


A .100 days reading campaign के अंतर्गत गतिविधियों का सप्ताहिक कैलेंडर तैयार किया गया है, जिसे बच्चों माता-पिता भाई बहनों एवं परिवार के अन्य सदस्यों की सहायता से किया जाना है तत्क्रम में अभिभावकों एवं समुदाय की सक्रिय प्रतिभागीता सुनिश्चित करने के लिए राज्य स्तर से प्रेषित साप्ताहिक गतिविधियों के कंटेंट नियमित रूप से प्रेरणा साथी/ बच्चे /अभिभावकों को व्हाट्सएप आदि के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएं।

B . अभियान को प्रभावी बनाने के लिए प्रति सप्ताह निर्धारित गतिविधियां संपन्न कराई जाए, जिससे कि दिए गए सप्ताह में गतिविधियों को दोहराया जा सके, और अंततः उसे समझ कर साथियों और भाई बहनों के साथ स्वतंत्र रूप से क्रियान्वित करने में बच्चे सक्षम हो सके।

C . रीडिंग कैंपेन की सामग्री मोहल्ला कक्षाओं के माध्यम से बच्चों एवं अभिभावकों को साझा की जाए।

D .जनपद/ ब्लॉक /पंचायत स्तर पर कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं से भी अपेक्षित सहयोग लिया जा सकता है।प्रेरणा सारथी एवं प्रेरणा साथी द्वारा इस अभियान के संचालन हेतु बच्चों को घर पर ही पठन सामग्री उपलब्ध कराई जाए।


3 . प्रेरणा साथी से सहयोग - 

बच्चों की ऑनलाइन शिक्षा की निरंतरता को बनाए रखने के उद्देश्य से, पूर्व की भांति प्रेरणा साथी के रूप में स्वैच्छिक सहायता देने के लिए तत्पर निकट रिश्तेदार /पड़ोसी या स्कूल समुदाय के ऐसे शुभचिंतक (उक्त प्रेरणा साथी के प्रति अभिभावकों की सहमति भी हो) की पहचान की जाए। जिनकी शिक्षा के क्षेत्र में रुचि हो तथा जिनके पास स्वयं का स्मार्टफोन एवं इंटरनेट सुविधा उपलब्ध हो।


 प्रेरणा साथी से निम्नांकित बिंदुओं के संबंध में सहयोग हेतु अनुरोध किया जाए -👇👇

A . प्रेरणा साथी के स्मार्टफोन में प्रेरणा लक्ष्य एप रीडिंग एप एवं दीक्षा एप इंस्टॉल करने हेतु अनुरोध किया जाए।


B . राज्य स्तर से प्रेषित साप्ताहिक शैक्षणिक सामग्री अपने आसपास /मोहल्ले के बच्चों को व्हाट्सएप के माध्यम से साझा करने के लिए प्रेरित किया जाए।

C  . जिन अभिभावकों के पास स्मार्टफोन नहीं है उन बच्चों को अभिभावकों की उपस्थिति में प्रेरणा साथी द्वारा प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तक प्रेरणा लक्ष्य ,रीड एलोग एप एवं दीक्षा एप का प्रयोग करते हुए अभ्यास कार्य कराने हेतु प्रेरित किया जाए।

D . प्रत्येक शनिवार को आयोजित होने वाली साप्ताहिक क्विज प्रतियोगिता में बच्चों को प्रतिभाग करने हेतु प्रोत्साहित किया जाए एवं मोहल्ला कक्षाओं के संचालन में भी यथा आवश्यक सहयोग प्राप्त किया जाए।

4. मोहल्ला कक्षाओं का संचालन - 

कोविड़ 19 प्रोटोकाल का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए, शिक्षकों द्वारा पूर्व की भांति मोहल्ला कक्षाओं का संचालन किया जाए।


 मोहल्ला कक्षाओं के प्रभावी संचालन हेतु निर्देश निम्नवत हैं -👇👇

A . प्रधानाध्यापक द्वारा ग्राम प्रधान, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों एवं अभिभावकों से अपेक्षित सहयोग प्राप्त करते हुए, मोहल्ला कक्षाओं के संचालन के लिए सार्वजनिक स्थान यथा पंचायत भवन ग्राम सचिवालय खेल का मैदान इत्यादि का निर्धारण किया जाए।

B . मोहल्ला कक्षाओं के संचालन के समय बच्चों को दूर-दूर बैठाकर पठन-पठन कराया जाए तथा राज्य स्तर से प्रेषित सामग्री बच्चों एवं अभिभावकों को साझा की जाए।

C . मोहल्ला कक्षाओं के संचालन में कोवीड प्रोटोकाल का पूर्णतया अनुपालन (यथा सभी बच्चे /शिक्षक मास्क लगाएं, बच्चे दो गज की दूरी पर बैठे तथा सैनिटाइजर की उपलब्धता आदि) सुनिश्चित किया जाए।

D . बच्चों को शिक्षण योजना के अनुसार गतिविधियां कराई जाए तथा उनकी दिनचर्या से संबंधित क्रियाकलाप, विषय वस्तु पर आधारित कार्य अभ्यास कार्य कराए जाएं तथा इसका डॉक्यूमेंटेशन भी किया जाए।

E .विद्यालय के सभी शिक्षकों द्वारा गांव में शिक्षण कार्य के पश्चात विद्यालय आकर प्रतिदिन के कार्यों, प्रक्रिया, समस्याओं पर चर्चा करके, अगले दिन के लिए मोहल्ला कक्षाओं के संचालन के लिए कार्ययोजना बनाई जाए।विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई ई लर्निंग सामग्री तथा वीडियो के साथ-साथ बच्चों की पाठ्य पुस्तकों, कार्यपुस्तिकाओ एवं लाइब्रेरी बुक्स को शिक्षण कार्य सम्मिलित किया जाए।

F . जिन अभिभावकों द्वारा बच्चों को मोहल्ला कक्षा में नहीं भेजा जा रहा है, अथवा उन्हें अनियमित रूप से भेजा जा रहा है ऐसे परिवारों को चिन्हित किया जाए तथा होम विजिट्स के माध्यम से उनकी काउंसलिंग करते हुए मोहल्ला कक्षाओं में बच्चों की प्रतिभागिता सुनिश्चित कराई जाए।


5 . ई - पाठशाला के संचालन हेतु अन्य निर्देश -

A .विद्यालय द्वारा कक्षा वार सभी बच्चों के अभिभावकों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए।शिक्षकों द्वारा राज्य स्तर से भेजी गई शैक्षिक सामग्री को उक्त व्हाट्सएप ग्रुप से में साझा किया जाए, तथा शिक्षकों द्वारा भी अपनी तरफ से प्राथमिकता के आधार पर विषयगत शैक्षणिक सामग्री प्रेषित की जाए, तथा बच्चों को हल करने व अभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।


B . ऐसे बच्चे जिनके अभिभावक व्हाट्सएप ग्रुप से नहीं जुड़े हैं, उन बच्चों के परिवार में जो भी पढ़े लिखे सदस्य हों ,उनको सप्ताह में 1 दिन विद्यालय में आमंत्रित कर, पूरे सप्ताह की कार्य योजना से अवगत कराया जाए एवं उनके द्वारा बच्चों को घर पर पढ़ने /सीखने /समझने में उनकी मदद करने हेतु अनुरोध किया जाए। कोविड प्रोटोकॉल /सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विद्यालय में एक समय में 10 अभिभावक से अधिक को ना बुलाया जाए।


C . प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय में कार्यरत सभी शिक्षकों /शिक्षामित्रों /अनुदेशकों के मध्य बच्चों का कक्षावार अथवा संख्यात्मक विभाजन सुनिश्चित किया जाए, जिससे कि सभी शिक्षक /शिक्षा मित्रों /अनुदेशकों द्वारा बच्चों अभिभावकों से संपर्क स्थापित किया जा सके।अभिभावकों से संपर्क के दौरान बच्चों की पढ़ाई की समीक्षा ,अध्ययन संबंधित समस्याओं का निराकरण एवं बच्चों को विषय से संबंधित पाठों के बारे में जानकारी प्रदान की जाए।


D . ई - पाठशाला के संचालन के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाए, कि बच्चे पूर्व में पढ़ाए गए पाठों/ कराई गई गतिविधियों को स्मरण रखें और वर्तमान में सीखने की प्रक्रिया से जुड़े रहे, इसलिए आवश्यक है कि सिखाए गए सभी विषयों पर उनका नियमित मूल्यांकन हो। शिक्षकों एवं अभिभावकों के मध्य निरंतर संपर्क बना रहे, बच्चों द्वारा किए गए अभ्यास कार्य को व्हाट्सएप/ अभिभावकों के माध्यम से चेक किया जाए तथा गृह कार्य का मूल्यांकन कर अभिभावकों से सीखने की प्रगति को साझा किया जाए।


E . प्रेरणा पोर्टल पर भाषा एवं गणित के कार्यपत्रक भी अपलोड किए गए हैं। शिक्षकों द्वारा उक्त कार्यपत्रको की सहायता से बच्चों से अभ्यास कार्य कराए जा सकते हैं।


F . कोविड-19 महामारी की स्थिति में शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बच्चों के बीच निरंतर सीखने को सक्षम करने के लिए 'आत्मनिर्भर भारत' के तहत 1 सितंबर 2020 को 'पीएम e vidhya' पहल शुरू की गई है। जिसके अंतर्गत कक्षा 1 से 12 तक के लिए 6000 से अधिक पाठ्यक्रम आधारित वीडियो कार्यक्रम प्रसारित किए जा रहे हैं। तत्संबंधी जानकारी के लिए संलग्न पत्र (उपरोक्त पीडीएफ) का अवलोकन कर संबंधित को जागरुक किया जाए।


6 . सपोर्टिव सुपरविजन :-

A .प्राचार्य, डायट एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में एसआरजी, ए आर पी एवं डाइट मेंटर द्वारा विद्यालयों का स्पोर्टिव सुपरविजन सुनिश्चित किया जाए। एसआरजी, ए आर पी एवं डायट मेंटर द्वारा शिक्षकों से व्यक्तिगत संवाद एवं विद्यालय, मोहल्ला कक्षाओं का सपोर्टिव सुपरविजन करने हेतु शिक्षकों का मनोबल बढ़ाया जाए।


B . एआरपी के लिए आवंटित विकासखंड में ई पाठशाला के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए मां हमें कम से कम एक ऑनलाइन बैठक करते हुए सभी शिक्षक संकुल को पूर्ण मनोयोग तथा ऊर्जा के साथ e-pathshala को संचालित करने के लिए प्रेरित किया जाए ऑनलाइन बैठक का एजेंडा संलग्न है।


7. क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण -

मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला के प्रभावी क्रियान्वयन में प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की विशिष्ट भूमिका है। उनके द्वारा जनपद विकासखंड एवं कतिपय शिक्षक संकुल की बैठक में ऑनलाइन प्रतिभागिता सुनिश्चित करते हुए सर्वसंबंधित का मार्गदर्शन किया जाए। डाइट पर कार्यरत समस्त प्रवक्ताओं को विभिन्न ब्लाकों के मेंटर के रूप में विशेष उत्तरदायित्व प्रदान किया जाए। प्राचार्य, डायट द्वारा ई पाठशाला का ऑनलाइन मासिक सर्वे भी कराया जाए। जिसमें एसआरजी एवं एआरपी द्वारा निर्धारित प्रारूप पर सूचना उपलब्ध कराई जाएंगी इसके अतिरिक्त ई पाठशाला के अंतर्गत समस्त गतिविधियों की गहन समीक्षा एवं गैप एनालिसिस करते हुए समस्त हितधारकों को निरंतर अभिप्रेरित भी किया जाए।


जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी - द्वारा मुख्य विकास अधिकारी/ जिला अधिकारी से मार्गदर्शन प्राप्त करते हुए 'मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला' के अंतर्गत समस्त गतिविधियों का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जाए। इसके साथ ही प्रत्येक शनिवार को जिला परियोजना कार्यालय में आयोजित होने वाली साप्ताहिक बैठक में दीक्षा एप, प्रेरणा लक्ष्य,रीड एलोंग एप डाउनलोडिंग की प्रगति एवं प्राप्त आंकड़ों के आधार पर पाठशाला के संचालन की समीक्षा की जाए। उक्त बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी, एसआरजी की प्रतिभागिता सुनिश्चित की जाए। जिससे कि राज्य स्तरीय निर्देश एवं शैक्षणिक सामग्री शिक्षकों अभिभावकों को नियमित रूप से उपलब्ध कराई जा सके। जिला समन्वयक प्रशिक्षण द्वारा इस हेतु समन्वय का कार्य किया जाए।


खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा ई पाठशाला के बेहतर -

 क्रियान्वयन हेतु विकासखंड के सभी ए आर पी /प्रधानाध्यापकों की मासिक बैठक एवम सक्रिय संचालन हेतु आवश्यक सहयोग एवम मार्गदर्शन प्रदान किया जाय।बैठकों में एआरपी द्वारा उद्धबोधन /प्रस्तुतिकरण किया जाय।इस बैठक में यथा आवश्यकतानुसार एसआरजी,सदस्यों द्वारा भी प्रतिभाग किया जाय। खंड शिक्षा अधिकारी एवम एआरपी द्वारा मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला के संचालन एवम आउटरीच बढ़ाने के लिए शिक्षकों से निरंतर चर्चा की जाए।तथा बच्चों का व्हाट्सएप के माध्यम से प्रेषित ई कंटेंट को देखने व सुनने के लिए प्रेरित किया जाए।

खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रतिदिन कम से कम दस प्रधानाध्यापकों से बात कर ई पाठशाला से संबंधित शैक्षणिक सामग्री की समय से पहुंच सुनिश्चित कराई जाय।साथ ही शिक्षक द्वारा किए गए प्रयास एवम अभिभावक/बच्चों से प्राप्त परिणाम पर आधारित चर्चा तथा विश्लेषण करते हुए, ई पाठशाला का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाय।

मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला फेज 6 के क्रियान्वयन का राज्य स्तर से निरंतर अनुश्रवण सुनिश्चित किया जायेगा।

अतः निर्देशित किया जाता है , कि मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला के सफल संचालन हेतु जनपद स्तर पर कार्ययोजना विकसित करते हुए ,उपरोक्तानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।


पढ़ने के लिए धन्यवाद 🙏🙏थैंक्स for visiting 🙏🙏।

P

New instructions of Director General School Education regarding the implementation of Mission Prerna ki e-pathshala 6.0 (sixth phase).||mission prerna ki e-pathshala 6.0 order.


Instructions issued by Director General School Education - ARP, SRG, BEO, BSA and DIET Principal Please note-👇


The sixth phase of Mission Prerna's e-Pathshala is being started with a view to continuing learning among children.


 In the sixth phase, the following activities will be conducted to ensure 100% access to children and learning based on learning outcomes-


Conduct of mohalla classes by teachers.
Operation of 100 Days Reading Campaign.
Quiz competition organized every Saturday.
Sharing of educational material for each class and subject.


To organize online meetings by SRG/ARP/DIET Mentor and ensure supportive supervision of Mohalla Classes/Schools.


 Therefore, it is directed that action should be ensured as per attached guidelines.


 with permission,
Director General,
 School Education Uttar Pradesh

New instructions of the Director General of School Education regarding the implementation of Mission Prerna ki e-pathshala 6.0 (sixth phase).||mission prerna ki e-pathshala 6.0 full order.👇🏻👇🏻


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New instructions from the Director General of School Education regarding the implementation of Mission Prerna's e-Pathshala 6.0 (sixth phase).

 According to the letter number given in the above PDF file, by the Director General School Education, Uttar Pradesh addressing the Principal District Education and Training Institute and District Basic Education Officers of all the districts, through the above letter dated 16 January 2022, the Secretary, Uttar Pradesh Basic Education Council Prayagraj Reference has been made to the letter of directed by,


 That in view of the prevention of covid infection, all the council / aided / recognized / Kasturba Gandhi Balika Vidyalaya other board schools from class 1 to 8 of the state will remain closed till 23 January 2022 and the students will not be present in the school, according to the Vidhan Sabha The presence of teacher / non-teaching staff will be mandatory in the school for compliance with the instructions issued from time to time for general election 2022 related work and other administrative work, and also the presence of non-teaching staff in council schools, protocol and mandate dated 10/01/ Compliance with the guidelines issued by 2022 will be ensured.



It is to inform that the Ministry of Education, Government of India should achieve universal basic literacy and numeracy in primary classes by the year 2026-27 and with the objective of achieving grade level requisite competency in reading, writing and numeracy in all children by grade 3 Fundamental Literacy and Numeracy Knowledge Mission Nipun Bharat was launched. In this sequence, the mandate has been issued on 23 December 2021.


Mission Prerna ki E-Pathshala is being operated by the Basic Education Department since April 2020 so that there is no adverse effect on the academic activities / learning ability of the students studying from class 1 to 8.

Under Mission Prerna's e-Pathshala, educational material was delivered to parents/children through Doordarshan Akashvani/Whatsapp in five phases, and Mohalla classes were successfully conducted by the teachers. In order to ensure 100% access to the children, even at present, the sixth phase of e-Pathshala is being started by the Basic Education Department. Under which the following activities will be ensured by the schools/teachers.


1.Dispatch of Educational Materials -

A. For the operation of e-pathshala, class wise and subject wise educational material from the state level will be sent through WhatsApp group. Which will be shared by teachers on Prerna Saathi / Parents WhatsApp group.


B. The weekly quiz competition related material will be sent every Saturday through WhatsApp.


C. In addition to the educational material sent from the state level, teachers should also provide subject-based educational material, motivational companions and parents to the children, children should be constantly encouraged to practice and solve the shared material.


D. With the help of educational material available on Prerna Lakshya App, Read Along App, and Diksha, Prerna Saathi / children and parents should be made aware, and children should be motivated to read through the said app.


2. Conduct of 100 day reading campaign -

100 Days Reading Campaign has been started under Nipun Bharat. In this sequence, detailed guidelines have been sent through the letter of the Reading Campaign issued by the State Project Office on January 3, 2022, which is attached in the above PDF, and the list of activities / infographics etc. are being sent on a weekly basis. 


Due to Kovid Pandemic till the time children are not coming to school, 100 days reading campaign should be conducted on the following basis. -


A. A weekly calendar of activities has been prepared under the 100 days reading campaign, which is to be done with the help of children, parents, siblings and other family members, in order to ensure active participation of parents and community from the state level. The contents of the weekly activities sent should be made available regularly to the Prerna Saathi/Children/Parents through WhatsApp etc.


B. To make the campaign effective, scheduled activities should be carried out every week, so that the activities can be repeated in the given week, and eventually the child will be able to understand and implement it independently with peers and siblings.


C. The material of the reading campaign should be shared with the children and parents through mohalla classes.


D. Necessary cooperation can also be taken from voluntary organizations working at the district / block / panchayat level. Reading material should be made available to the children at home by Prerna Sarathi and Prerna Saathi to conduct this campaign.



3. Cooperation with Prerna Saathi -
In order to maintain the continuity of the online education of the children, the close relative / neighbor or such well-wisher of the school community (with the consent of the parents for the said Prerna Sathi) ready to provide voluntary assistance as Prerna Sathi as before be identified. Those who are interested in the field of education and who have their own smartphone and internet facility.


Prerna Saathi should be requested for cooperation in respect of the following points -


A. A request should be made to install Prerna Lakshya App Reading App and Diksha App in Prerna Saathi's smartphone.


B. The children of their neighborhood / locality should be encouraged to share the weekly educational material sent from the state level through WhatsApp.


C. Parents who do not have a smartphone, those children should be motivated to do practice work by Prerna Saathi for at least 30 minutes every day in the presence of parents using Prerna Lakshya, Read Allog App and Diksha App.


D. Children should be encouraged to participate in the weekly quiz competition to be organized every Saturday and necessary cooperation should also be obtained in the conduct of Mohalla classes.


4. Conduct of Mohalla Classes -
Ensuring compliance with the Kovid 19 protocol, the teachers should conduct the mohalla classes as before.


 Following are the instructions for effective operation of Mohalla classes -


A. Public places such as Panchayat Bhawan, Gram Sachivalaya, playground etc. should be earmarked for the conduct of mohalla classes by the headmaster, taking requisite cooperation from the village head, members of the school management committee and parents.


B. During the conduct of Mohalla classes, children should be made to study from a distance and the material sent from the state level should be shared with the children and parents.


C. In the conduct of mohalla classes, full compliance of the Kovid protocol (ie all children / teachers should wear masks, children sit at a distance of two yards and availability of sanitizers etc.) should be ensured.


D. Children should be given activities according to the teaching plan and activities related to their routine, work-practice work based on the subject matter and its documentation should also be done.


E. After all the teachers of the school come to the school after the teaching work in the village, after discussing the day-to-day tasks, process, problems, an action plan should be made for the conduct of the mohalla classes for the next day. E-learning material and videos provided by the department Along with this, teaching work of children's text books, workbooks and library books should be included.


F. Parents who are not sending children to Mohalla classes, or they are being sent irregularly, such families should be identified and the children should be ensured to participate in Mohalla classes by counseling them through home visits.


5. Other instructions for operation of e-pathshala -


A. A WhatsApp group should be created by the school for the parents of all the children, class wise. The educational material sent by the teachers from the state level should be shared in the said WhatsApp group, and the teachers should also share the thematic educational material on their behalf on priority basis. and children should be encouraged to solve and practice.


B. Children whose parents are not connected to the WhatsApp group, whoever are the educated members in the family of those children, by inviting them to school 1 day a week, should be made aware of the work plan for the whole week and through them the children should be able to study at home. / be requested to help them in learning / understanding. Following the covid protocol / social distancing, not more than 10 parents should be called in the school at a time.


C. Class-wise or numerical division of the children should be ensured by the headmaster among all the teachers/shikshamitras/instructors working in the school, so that all teachers/shikshamitras/instructors can establish contact with the children's parents. Children's studies during contact with parents To review, solve the problems related to the study and provide information about the lessons related to the subject to the children.


D. Through the operation of e-pathshala, it should be ensured that the children remember the lessons taught / activities done in the past and stay connected with the learning process in the present, so it is necessary that they have regular assessment on all the subjects taught . There should be constant contact between teachers and parents, the practice work done by the children should be checked through WhatsApp / parents and the progress of learning should be shared with the parents by evaluating the homework.


E. Language and Mathematics worksheets have also been uploaded on the Prerna portal. With the help of the above worksheets by the teachers, practice tasks can be done by the children.


F. The 'PM e vidhya' initiative has been launched on 1st September 2020 under 'Atmanirbhar Bharat' to enable continuous learning among children by the Ministry of Education, Government of India in the wake of the COVID-19 pandemic. Under which more than 6000 curriculum based video programs are being broadcast for classes 1 to 12. For information related to this, the concerned should be made aware after seeing the attached letter (PDF above).


6. Supportive Supervision :-

A. Sportive supervision of schools should be ensured by SRG, ARP and Diet Mentor under the leadership of Principal, DIET and District Basic Education Officer. The morale of the teachers should be increased by SRG, ARP and Diet Mentor for personal interaction with teachers and supportive supervision of school, mohalla classes.


B. To ensure the implementation of e-pathshala in the allotted development block for ARP, mother, we should be motivated to conduct e-pathshala with full dedication and energy to all teacher packages by holding at least one online meeting Agenda of online meeting is attached.


7. Implementation and Monitoring -

The Principal, District Education and Training Institute has a special role in the effective implementation of Mission Prerna's e-Pathshala. All concerned should be guided by him by ensuring online participation in the meeting of district development block and certain teacher clusters. Special responsibility should be given to all the spokespersons working on DIET as mentors of various blocks. Online monthly survey of e-Pathshala should also be conducted by the Principal, DIET. In which information will be made available on the format prescribed by SRG and ARP, apart from this, all the stakeholders should be constantly motivated while doing a thorough review and gap analysis of all the activities under E-Pathshala.


District Basic Education Officer -

 Taking guidance from the Chief Development Officer / District Officer, ensure successful implementation of all the activities under 'Mission Prerna Ki E-Pathshala'. Along with this, in the weekly meeting to be held at the District Project Office on every Saturday, the progress of Diksha App, Prerna Lakshya, Read Along App downloading and the operation of the school should be reviewed on the basis of the data received. The participation of Block Education Officer, SRG should be ensured in the said meeting. So that state level instructions and educational material can be made available to teachers and parents regularly. Coordination work should be done for this by District Coordinator Training.


Improvement of E-Pathshala by Block Education Officers -


 Monthly meeting of all the ARPs / headmasters of the block for implementation and necessary support and guidance should be provided for active operation. In the meetings, speech / presentation should be made by the ARP. In this meeting, as required, SRG members should also participate. The Block Education Officer and ARP should have continuous discussion with the teachers to increase the outreach and operation of Mission Prerna's e-Pathshala. And children should be motivated to watch and listen to the e-content sent through WhatsApp.


By talking to at least ten headmasters every day by the Block Education Officer, timely access to the educational material related to e-Pathshala should be ensured. Ensure the implementation of the school.


Continuous monitoring of the implementation of Mission Prerna's e-Pathshala Phase 6 will be ensured from the state level.


Therefore, it is directed that while developing an action plan at the district level for the successful operation of Mission Prerna's e-Pathshala, action should be ensured as above.


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